सेहत – फेस्टिवल सीजन में खाना शुरू कर दें 5 साउथ इंडियन मीट्स डिश, न तो शुगर का लेवल, न मिठाई खाने में होगी परेशानी

दक्षिण भारतीय ग्लूटेन मुक्त व्यंजन: त्योहारी सीजन में ही शुगर की सबसे बड़ी चिंता यह रहती है कि वह मिठाई नहीं खा पाएगा। असल में, इस मौसम में घर में हर तरफ मिठाइयों की बहार रहती है लेकिन पीपरे शुगर के मित्र मित्र बने रहते हैं। उन्हें डर रहता है कि कहीं भी सुपाच्य अपक्षय वृद्धि न हो। आरोपियों का कहना है कि अगर शुगर लिमिट में है और दवाइयाँ ले रहे हैं तो थोड़ी-बहुत मिठास ले सकते हैं लेकिन तेजी से पेट में ग्लूकोज न बदले इसके लिए आपको उपाय करना होगा। इसका सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप मिठाई खाने से पहले सब्जी वाली रोटी का अधिक से अधिक सेवन कर लें, इसका सेवन शुगर शुगर नहीं करना चाहिए और इसे धीरे-धीरे धीरे-धीरे पचाना चाहिए। अगर आप भी ऐसा चाहते हैं तो यहां 5 दक्षिण भारतीयों से यह काम कर सकते हैं।

ये हैं गैलेन फ्री 5 साउथ इंडियन डेस्टिनेशन

1. पतली थाली-वैसे तो मिलेट्स से बनी हर चीज शुगर फ्री होती है और शुगर जल्दी नहीं बढ़ती लेकिन ये 5 दक्षिण भारतीय व्यंजन शुगर के नुकसान के लिए असर डालते हैं। इनमें से सबसे पहली है पतली थाली। इसमें प्रोसीडली मिलेट्स की इडली बनाई जाती है जिसे चिप्स के साथ खाया जाता है. इसे बनाने के लिए पहले कुछ देर तक रुकें और फिर इसे उड़द दाल के साथ ब्लाइंड कर दें। फिर इसे फर्मेंटेड कर या स्टीम कर इडली बना लें।

2. बाजरा इडली-बाजरा इडली भी मैग्नीशियम मुक्त होती है। साथ ही इसमें शुगर को भी कम करने की क्षमता होती है। प्राचुर मात्रा में वनस्पति पाई जाती है जो शुगर को तत्काल अवशोषण नहीं देती है। बाजरा इडली से आप मस्टर्ड सीड्स, कैरी पत्ता और अन्य नीबू के साथ खा सकते हैं।

3. रागी इडली-रागी अपने आप में सुपरफूड है। अगर आप इसे इडली की सब्जी बनाते हैं तो इसका स्वास्थ्य पर गजब का असर होगा। यह सिर्फ ब्लड शुगर कम करता है बल्कि हाई ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल भी कम करता है। इसमें आप कैरी पत्ता, मेथी दाना, सरसों दाना आदि को ब्लैंड कर मिला सकते हैं और इससे इडली बनाकर सेवन कर सकते हैं.

4. समाई इडली-समय भी मिलता है. मिलेट्स में पोषक तत्वों का भंडार छिपा होता है। समाई को पहले पानी में भिगाया जाता है फिर इसमें उड़द दाल और अन्य नीबू के साथ बनाया जाता है। इससे इडली बनाई जाती है. यदि आप इडली का सेवन पहले से करना शुरू कर देंगे तो कुछ ही दिनों के बाद सेंस की सामान्यता बढ़ जाती है, जिससे मीठे खाने पर शुगर जल्दी एब्जॉर्ब नहीं होता है।

5. वरागू इडली-यह कोडो मिलेट है जिसे दक्षिण में वरगु कहा जाता है। इसे भी फर्मेंट किया गया है. इसमें सरसों के दाने, करी पत्ता, मेथी के दाने और अन्य मसालों का उपयोग कर इडली बनाई जाती है। आप इस टमाटर की चटनी के साथ मजे से खा सकते हैं. त्योहारों में ये इडली आपको संपूर्ण पोषण आहार के साथ-साथ रिवाइवल की संवेदनशीलता को बढ़ा देगी।

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