सेहत – मुंह के छालों से तुरंत मिलेगा आराम, ये है हरी सब्जियां रामबाण इलाज! प्रयोग करना बेहद आसान
छतरपुर: चमेली के फूल की सब्जी किसे पसंद नहीं। चमेली का पौधा हर शहर या गांव में आसानी से मिल ही जाता है। महक के लिए कई लोग इसे घर में भी इस्तेमाल करते हैं। चमेली का पौधा बेल के रूप में उगता है। वहीं, इसके मुख के अवशेषों के लिए रामबाण माने गए हैं। आयुर्वेद के अनुसार, चमेली की नपुंसकता को चबाने से मुंह के छात्रों को तुरंत आराम मिलता है। इसके अलावा सिरदर्द, कान के दर्द को भी कम करने में ये पिछड़ेपन शामिल हैं।
छतरपुर के आयुर्वेदाचार्य डॉ. आरसी पत्रिका ने लोकल 18 को बताया कि चमेली के फूलों की तरह इसके स्टॉक में कई औषधीय गुण होते हैं। इसके रिटायरमेंट से तैयार आर्क का फेस पर उपयोग करने से त्वचा को स्वस्थ रखा जा सकता है। इससे मुंह के छाले, कान दर्द जैसे कई अन्य मरीजों को राहत मिल सकती है। हालाँकि, इसका स्वाद छोटा-मोटा होता है, लेकिन इसका असर बेतुका होता है।
अनइंस्टॉल का ऐसे करें इस्तेमाल
डॉ. आर.सी. डॉ. के अनुसार, चमेली की मूर्तियाँ छात्रों से राहत में प्रभावशाली होती हैं। छात्रों की परेशानी हो तो 4 से 5 बेरोजगारों को लैब लें। कड़वी होती हैं, लेकिन यह कुछ देर चौबते रहती हैं। जब मुंह में इसकी लार बन जाए तो इसे छोड़ दें। इससे छात्रों को ठंडक मिलेगी और तुरंत आराम मिलेगा। वहीं अन्यत्र को चबाने से कान दर्द और सिरदर्द में भी राहत मिलती है।
पालतू जानवर न खरीदें तो ये काम करें
आयुर्वेदाचार्य ने बताया, चमेली के स्टीन के इस्तेमाल से आप मुंह के छालों को कम कर सकते हैं। मुंह के छात्रों की परेशानी को दूर करने के लिए 50 ग्राम के करीब चमेली की दोस्त लें। इसके बाद इसमें 1 पेंसिल वॉटर स्टैण्ड इसे महान से लेवल लें। इस तरह से एक दिन में दो बार गरारे करें। इससे मुंह के छात्रों की परेशानी दूर होती है।
पहले प्रकाशित : 14 नवंबर, 2024, 06:48 IST
अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
Source link