सेहत – हर दिन छोटा-छोटा काम करेगा तो कैंसर नहीं ठीक करेगा कुछ! जीवन में छोटे-छोटे बदलाव से ही बढ़ेगी बात, जानिए कैसे

दुनिया भर में कैंसर के गंभीर रूप देखने को मिल रहे हैं। भारत भी इससे अलग नहीं है. हमारे देश में भी कैंसर के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। ब्रिटेन के कैंसर अध्ययन के अनुसार कैंसर होने के कई कारण होते हैं। इसलिए हर तरह के कैंसर से मुक्ति कर पाना तो संभव नहीं है लेकिन जीवन में छोटे-छोटे बदलाव ला सकते हैं कई तरह के कैंसर से हम बच सकते हैं। दरअसल भारत में कैंसर के तेजी से बढ़ने के तीन मुख्य कारण हैं, लाइफस्टाइल खराब, खराब खान-पान और तंबाकू का सेवन। अगर हम अपने दैनिक जीवन में इन तीन नीग्रो में सुधार लाते हैं तो ज्यादातर कैंसर से हम बच सकते हैं।

इन छोटे-छोटे बदलावों को अपनाएं

1. सिगरेट और शराब का सेवन कम करें- भारत में कैंसर से जुड़ी समस्याओं के लिए भारत में कैंसर एक प्रमुख समस्या है। ज्यादातर लोग सिगरेट का किसी न किसी रूप में सेवन करते हैं। अगर वह सिगरेट हो, गुटखा हो या बीड़ी आदि हो। ऑक्सीजन का सेवन मुंह, छाती और गले के कैंसर से नुकसान हुआ है। वहीं शराब का अत्यधिक सेवन भी कैंसर के खतरे को दर्शाता है। इसलिए इन दोनों देशों को अपने जीवन से कई तरह के कैंसर से बचाया जा सकता है।

2. व्यवसायिक व्यवसायटीओआइ की खबर के मुताबिक हमारा खान-पान बहुत खराब हो गया है. हमारे सुपरमार्केट में बंद नीदरलैंड्स का सेवन बढ़ गया है। ये प्लास्टिक की चीज़ें नहीं होतीं. मछली पकड़ने के भोजन का सेवन करने की आदत। विभिन्न प्रकार के कैंसर को रोकना महत्वपूर्ण है। इसके लिए औषधीय फल, हरी सामग्री, साबुत अनाज और कम फाइबर वाले प्रोटीन से भरपूर आहार को अपनी सामग्री में शामिल करें। इनमें आवश्यक पोषक तत्त्व एवं अवयव विद्यमान होते हैं। ब्रोकली, फूलगोभी, बेरी और हरी पत्तेदार सब्जियों में फ्री रेडिकल्स को खत्म करने की क्षमता है जो कैंसर से बचाव का महत्वपूर्ण हथियार है।

3. वजन कितना रखें-कैंसर न हो इसके लिए वजन पर नियंत्रण रखना बहुत जरूरी है। अधिक वजन या मोटापा कई प्रकार के कैंसर का खतरा बना हुआ है। पेट के आसपास अतिरिक्त वसा को कम करना और नियमित व्यायाम करना कैंसर से बचाव का प्रमुख हथियार है।

4.शारीरिक सर्जरी बनाये रखें- इनमें से अधिकांश लोगों के जीवन में नौकरी-पेशा या छात्र हैं। दोनों तरह के लोग फिजियोथेरेपी बहुत कम करते हैं। क्लासिकल कैंसर के खतरे को बढ़ाया जाता है। इसके लिए आयुर्वेदिक मेडिकल क्लिनिक करते रहें। आप तेज गति से चलने वाली पत्रिका, साइकिल चलाना, तैरना, दौड़ना, जॉगिंग आदि को शामिल कर सकते हैं। ये कैंसर के खतरे को कम करता है.

5. सूरज की किरण से अपवित्रता- त्वचा के कैंसर (जैसे मेलानोमा) को आसानी से ठीक किया जा सकता है। इसके लिए धूप धूप या विशाल धूप में न निकलें। क्योंकि सूर्य की किरणें अल्ट्रावायलेट किरणें इसके लिए जिम्मेदार होती हैं। जब आप धूप में निकले से एसपीएफ 30 या उससे अधिक वाले सनस्क्रीन का उपयोग करें और सूर्य की मुख्य किरण से बचने के लिए बूढ़ी हुई पोशाकें खरीदें।

6. दस्तावेज़ स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण– कैंसर की पहचान अगर शुरुआत में हो जाए तो इसका इलाज संभव है। इसके लिए मेमोग्राफी, कोलोनोस्कोपी और पैप स्मीयर आर्किटेक्चर जैसे नियमित पाठ्यक्रम चल रहे हैं ताकि कैंसर को प्रारंभिक चरण में शामिल किया जा सके। इसके अलावा फैटी एसिड जैसे एचपीवी और ब्रेस्ट कैंसर से बचाव में भी मदद मिल सकती है।

7. खुश रहो-कैंसर से बचाव के लिए मानसिक रूप से आपकी खुशी जरूरी है। इनमें से अधिकतर लोग चिंता, अवसाद, मंदी आदि में डूबे रहते हैं। ये सारे तनाव शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं, जिससे कैंसर के खतरे का माहौल बनता है। इन निःशेषों से मुक्ति के लिए योग, ध्यान और गहरी सांसें लेकर उन्हें व्ययाम के रूप में बहुत काम दिया जा सकता है। इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है।

8. शाकाहारी भोजन और रेड मीट का सेवन कम करें-आजकल ज्यादातर लोग फलों का सेवन करते हैं। चॉकलेट, चॉकलेट, कुरकुरे, पेस्ट्रीज, चीज़, बटर आदि खाद्य पदार्थ होते हैं। इनका सेवन कोलन और अन्य कैंसर का कारण बनता है। बहुत अधिक विक्रय पर पका हुआ रेड विक्रय विक्रेता रसायन छोड़ सकते हैं। इसके स्थान पर चिकन, मछली या दाल जैसे विकल्पों से अपनाकर कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। सह्याद्री हॉस्पिटल पुणे में ऑन्कोलॉजी हॉस्पिटल डॉ. सोना नाग कहते हैं कि कैंसर एक आनुवंशिक रोग है, जैसे कि मरीज़ और हृदय रोग। आहार और नियमित व्यायाम कैंसर से बचाव में मदद करता है।

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