Political – केजरीवाल को उत्तराधिकारी चुन लेना चाहिए… जेल भेजे जाने के सवाल पर बोले अमित शाह- #INA

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह

लोकसभा चुनाव में अब आखिरी चरण की वोटिंग को लेकर सियासत गर्म हो गई है. सत्ताधारी पार्टी को फोकस इस चरण की ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने का है तो दूसरी ओर इंडिया गठबंधन वोटरों को अपनी तरफ मोड़ने का भरपूर प्रयास कर रहा है. इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह Tv9 के साथ Exclusive इंटरव्यू में कई मुद्दों पर खुलकर बात की है और सवालों का जवाब दिया है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल जाने और आम आदमी पार्टी पर झाड़ू लगाने के आरोपों का भी केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अरविंद केजरीवाल जी जेल क्यों जा रहे हैं इस पर विचार करना चाहिए और उत्तराधिकारी कौन होगा उनको यह भी तय कर लेना चाहिए. वहीं, सात दिनों के एक्सटेंशन और बीजेपी पर खतरे के सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि हमें कोई खतरा क्यों होगा. ये तो सुप्रीम कोर्ट को तय करना है.

‘इंदिरा जी ने जब नेताओं को जेल भेजा था तो कोई खत्म नहीं हुआ’

दिल्ली सीएम के पार्टी और नेताओं को खत्म करने के आरोपों के सवाल का भी अमित शाह ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि एक जमाने में इंदिरा जी ने इस देश के 1 लाख 30 हजार राजनीति कार्यकर्ताओं को जेल भेज दिया था, तब तो कोई खत्म नहीं हुआ. मगर आप भ्रष्टाचार करोगे, सारे वादे तोड़कर उन्होंने अपनी पार्टी बनाई. आज कांग्रेस के साथ मिलकर वो चुनाव लड़ रहे हैं. आरोपों से कोई खत्म नहीं होता है, खत्म वादाखिलाफी से होता है. दिल्ली की सात की सात सीट बीजेपी जीत रही है. कांग्रेस-आप के एक साथ मिलने के बाद हम दिल्ली की सभी सीटें जीत रहे हैं.

‘इंडिया गठबंधन पर स्वार्थों के आधार पर’

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्षी गठबंधन सिद्धांतों के आधार पर नहीं बना है. ये अपने-अपने स्वार्थों के आधार पर गठबंधन बनाया गया है. सिद्धांतों के आधार पर गठबंधन होता तो पूरे देश में होता. ममता जी न तो कांग्रेस के साथ हैं और न हीं कम्युनिस्टों के साथ हैं, जबकी तीनों इंडिया एलायंस का हिस्सा हैं. केजरीवाल जी गुजरात, हरियाणा और दिल्ली में कांग्रेस के साथ हैं और पंजाब में कांग्रेस के खिलाफ हैं. मुझे तो समझ में ही नहीं आ रहा है कि यह गठबंधन कैसे हैं और क्यों है.

Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link

Back to top button