प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में पूर्व अंतर्राष्ट्रीय मुख्य प्रशासिका (1969 से 2007) डॉ० दादी प्रकाशमणि जी की 17वीं पुण्यतिथि विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाई गई।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीके तरुण ने कहा कि आज के समय में जनमानस को विश्व बंधुत्व के आदर्श उदाहरण की आवश्यकता है ताकि लोग उसका अनुसरण करते हुए अपने जीवन को श्रेष्ठ दिशा दे सकें। दादी प्रकाशमणि जी का जीवन विश्व बंधुत्व की भावना का जीता-जागता स्वरूप था। उनके जीवन मूल्यों जैसे- परस्पर स्नेह, सम्मान, सहयोग, विश्वास, सत्यता, नम्रता, सहनशीलता, एकता जैसे गुणों की धारणा को हम अपने जीवन में अपनाकर विश्व बंधुत्व के सच्चे संदेशवाहक बन सकते हैं। विश्व बंधुत्व की शुरुआत हमें स्व-बंधुत्व से करनी होगी। स्व-बंधुत्व अर्थात् अपने बारे में शुभ सोचना। अपने बारे में शुभ सोचने की शुरुआत कर हम सबके लिए शुभ सोचने की ओर कदम आगे बढ़ा सकते हैं। विश्व बंधुत्व का आधार है- एक परमात्मा पिता की संतान होने के नाते हम सभी आत्मिक नाते से भाई-भाई हैं। यह स्मृति हमें वैश्विक एकता और वैश्विक भाईचारे की भावना की ओर प्रेरित करती है- एक पिता की हम संतान, एक पिता का है वरदान, हम सब रंग-बिरंगे फूल हैं, एक बीज की हम पहचान। दादी जी के उच्च जीवन आदर्शों को देखते हुए गत वर्ष माननीय राष्ट्रपति महोदया ने उनकी स्मृति में डाक टिकट जारी किया। इसके साथ ही उनके रहते उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनेक पुरस्कारों से नवाजा गया।

मुख्य अतिथि एमएलसी डॉ० तरुण चौधरी ने कहा कि वर्तमान समय जबकि सहोदर भाई में भी भाईचारा नहीं है। देश और समाज अनेक प्रकार के भेदों में बंटा हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप लड़ाई-झगड़ा, हिंसा, अनेक प्रकार के कुकृत्य तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे समय पर ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के द्वारा विश्व बंधुत्व दिवस मनाना और जन-जन में इसकी भावना को संप्रेषित करने का जो भागीरथ प्रयास हो रहा है- उसको मैं प्रणाम करता हूं, वंदन करता हूं।

विशिष्ट अतिथि कृषि विज्ञान केंद्र, बिरौली के हेड साइंटिस्ट डॉ० आर. के. तिवारी ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि अभी मैं कुछ दिन पहले ब्रह्माकुमारीज़ के मुख्यालय माउंट आबू, राजस्थान गया था। वहां भाई-बहनों की जो समर्पित भावना, कार्यशैली, नि:स्वार्थ भावना देखी; उससे विश्व बंधुत्व की भावना प्रस्फुटित हो रही है।

सविता बहन ने सभी का स्वागत किया एवं मेडिटेशन कराया।

कृष्ण भाई ने कार्यक्रम का संचालन किया। ओम प्रकाश भाई ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

सभी ने खड़े होकर दादी जी को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए और विश्व बंधुत्व की भावना फैलाने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रखंड उप प्रमुख राजेश कुमार सिंह, सतीश चांदना, कृष्ण मुरारी बगड़िया, शिवकुमार अग्रवाल, कृष्ण कुमार अग्रवाल, डॉ दशरथ तिवारी, निर्दोष भाई, विनय भाई आदि उपस्थित थे।

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