महिला की मौत पर मैनेज का खेल

🔴सोहरौना स्थित एमएस हास्पिटल के चिकित्सक के लापरवाही से महिला की हुई मौत का मामला 

🔵कार्रवाई के बजाय पीड़ित पर दबाव बनाकर किया जा रहा मामले को निपटाने का किया जा रहा है प्रयास

🔴स्वास्थ्य विभाग व पुलिस कर्मी भी हास्पिटल के पक्ष मे पीड़ित पर बना रहे है दबाव 

कुशीनगर । जनपद के जिला मुख्यालय रवीन्द्रनगर से सटे सोहरौना मे संचालित एमएस हास्पिटल के चिकित्सक की लापरवाही से महिला की हुई मौत के मामले मे दोषी चिकित्सक व हास्पिटल संचालक के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय मैनेज का खेल चल रहा है। हलांकि कि घटना के दिन से हास्पिटल संचालक द्वारा मृतका की मौत के मामले को रफा-दफा करने के लिए जुगाड़ लगाने का कवायद शुरू हो गया था। सूत्र बताते है कि बुधवार को रवीन्द्रनगर थाने पर मृतका के पति पर दबाव बनाकर मामले को निपटाने का बहुत प्रयास किया गया। इस दौरान  पुलिसकर्मियों से लगायत कालेज के कुछ छात्र व हास्पिटल प्रबंधन के लोग पीड़ित पर दबाव बनाकर मामले को निपटाने की कोशिश की लेकिन पीड़ित कार्रवाई की मांग पर अडिग रहा। सूत्रो का कहना है कि शिकायतकर्ता पर हर स्तर से दबाव बनाया जा रहा है। इधर इस बात कि चर्चा जोरो पर है कि हास्पिटल के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मोटी रकम की वसूली की है। इस बात मे कितनी सच्चाई है यह गहन जांच का विषय है।

🔴 फ्लैश बैक

पडरौना नगर के जटहां रोड स्थित मदनसेन नगर निवासी रामकिशोर की पत्नी गीता देवी को 29 जून की रात सांस लेने मे तकलीफ होने के कारण रामकिशोर अपनी पत्नी को लेकर जिला मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज गये जहां चिकित्सको ने प्राथमिक उपचार करने के बाद गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। रामकिशोर के मुताबिक जब वह गोरखपुर जाने के लिए बाहर निकले तो वहां चार-पांच की संख्या में कुछ लड़के खड़े थे, जो प्राइवेट हास्पिटल के दलाल थे इसमें से एक लड़के ने अपना नाम किशन कुशवाहा बताते हुए रामकिशोर को परिचित बताकर उनकी पत्नी गीता देवी का इलाज आयुष्मान योजना के तहत कराने का झांसा देकर अपने निजी वाहन से लेकर रविंद्रनगर से सटे सोहरौना स्थित एम एस हॉस्पिटल लेकर आया और पीड़ित गीता देवी को भर्ती करा दिया। बताया जाता है कि उसके बाद रामकिशोर से पैसे की डिमांड की जाने लगी, रामकिशोर के यह कहने के बावजूद भी कि यहां आयुष्मान योजना से इलाज करने का वादा किया गया है इसके बाद हास्पिटल द्वारा हजारों रुपये ऐठ लिए गए। पीडित गीता देवी के पति ने कहा है कि बीते 1 जुलाई की आधी रात के बाद उनकी पत्नी की तबियत बिगड़ता देखकर उन दलालो ने मरीज को अपने निजी वाहन से ले जाकर पुनः जिला अस्पताल पर छोड़ दिया, जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई। पत्नी की मौत के बाद रामकिशोर ने दलालों पर एमएस हास्पिटल में आयुष्मान योजना से इलाज कराने का झांसा देने और एमएस हास्पिटल के चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर रवीन्द्रनगर थाने को तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है।

🔴 बुधवार को थाने पर चला मैनेज का खेल

बताया जाता है कि मृतका के पति रामकिशोर द्वारा दलालों व हास्पिटल के खिलाफ तहरीर देने के बाद बुधवार को रामकिशोर को थाने पर बुलाया गया जहां डिग्री कालेज के कुछ छात्र, हास्पिटल प्रबंधन के लोग व कुछ पुलिसकर्मी और स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मियों ने रामकिशोर पर साम, दाम, दंड, भेद जैसे तमाम अस्त्रो का इस्तेमाल करते हुए मामले को निपटाने के लिए खूब दबाव बनाया लेकिन पीड़ित रामकिशोर कार्रवाई की मांग पर अडिग रहे जिसके वजह से उस दिन मामला रफा-दफा नही हुआ लेकिन पीड़ित को शान्त कराने व मामले को निपटाने का खेल जारी है। 

🔴 विभाग को मैनेज करने की चर्चा जोरो पर

विश्वस्तर सूत्रों का कहना है कि एमएस हास्पिटल का प्रबंध तंत्र और दलालों द्वारा स्वास्थ्य विभाग के एक बडे अधिकारी को मोटी रकम की भेट की गई है ताकि पीड़ित के लाख शिकायत के बावजूद एमएस हास्पिटल के संचालक व चिकित्सक पर कोई कार्रवाई न हो सके। इसी दावे की पुष्टि मीडिया नही करता है।लेकिन सूत्रों के दावे कितनी सच्चाई है यह जांच का विषय है। किन्तु इस बात से इन्कार करना भी मुनासिब नही होगा कि धुआं वही उठता है जहिआग लगी होती है। 

🔴 हास्पिटल के रजिस्ट्रेशन पर उठ रहा है सवाल

ऐसी चर्चा है कि जिला मुख्यालय से सटे सोहरौना में संचालित एमएस हास्पिटल न तो रजिस्टर्ड है और ही हास्पिटल के मानक मे है। इसकी सच्चाई जानने के लिए विभाग के पटल बाबू और विभाग के मुखिया के मोबाइल पर संपर्क किया गया किन्तु इत्तेफ़ाक से किसी से बात नही हो पायी। सूत्र बताते है कि इस हास्पिटल संचालक पडरौना विकास खण्ड के बंगालीपट्टी गांव के निवासी है इनका एक और हास्पिटल दुदही क्षेत्र मे भी भगवान भरोसे व स्वास्थ्य विभाग के रहमोकरम पर संचालित होता है।

🔵 रिपोर्ट – संजय चाणक्य 

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