सेहत – पथरी की काल है यह औषधि, बड़ी से बड़ी पथरी को शरीर से निकाला जाता है पथरी, जानें उपयोग
बागपत: पथरी एक ऐसी बीमारी हो गई है, जो काफी तेजी से बढ़ती जा रही है। इसे शरीर से बाहर निकालने के लिए लोग अंग्रेजी से लेकर आयुर्वेदिक तक कई तरह की औषधियों का प्रयोग करते हैं। अन्य कई लोगों को लाभ मिलता है और कई को नहीं। आज हम एक ऐसी औषधि के बारे में बता रहे हैं जो पथरी के इलाज में काफी घिनौनी मनी होती है। हम बात कर रहे हैं संगेश्वर माही की, जो किसी भी तरह की पथरी को आसानी से शरीर से बाहर निकाल देती है। यह दवा मछली के सिर में पाई जाती है। इसका उपयोग ग्रीक शिलालेखों में किया जाता है। यह पथरी को निकालने के साथ-साथ गैसोलीन को भी विस्थापित करता है।
रिश्तेदारी सिंह मेमोरियल बेस्ट खेड़ा के आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर राघवेंद्र चौधरी ने बताया कि संगेश्वर माही एक ऐसी औषधि है, जिसे बनाने में ग्रीक भाषा में काफी प्रयोग किया जाता है। यह टैबलेट और कैप्सूल के रूप में भी आसानी से बाजार में मिल जाता है। मछली के सिर से मिलने वाली यह औषधि दिखने में पत्थर की संख्या होती है। यह आसानी से बाज़ार में भी उपलब्ध है। किसी भी तरह की पथरी को निकालने में इसका प्रयोग किया जाता है।
इसके इस्तेमाल से बड़ी से बड़ी पथरी भी धीरे-धीरे कट कर शरीर से बाहर निकल जाती है। छोटी पथरी तो इस दवा के एक-दो बार के प्रयोग से ही निकल जाती है। शरीर पर कोई प्रभाव भी नहीं पड़ता। यह एक ऐसी औषधि है जिसका उपयोग किसी भी प्रकार के पथरी से आसानी से किया जा सकता है।
बताया कि इसका इस्तेमाल करना भी बहुत आसान है। पहले तो यह बाजार में कैप्सूल और टैबलेट के रूप में उपलब्ध था। इसे पंसारी की दुकान से भी खरीदा जा सकता है। यह एक सफेद रंग का पत्थर जैसा होता है, जिसका उपयोग पानी के रूप में किया जाता है। दही और छाछ के इस्तेमाल से शरीर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है और इसके इस्तेमाल से शरीर से आसानी से पथरी निकल जाती है।
पहले प्रकाशित : 29 अगस्त, 2024, 13:03 IST
अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
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