सेहत – इस फल का अधिक सेवन करने से दिमाग पर पड़ सकता है बुरा असर, बीज भी होते हैं खतरनाक, ये लोग तो दूर ही रहते हैं…
कस्टर्ड एप्पल के दुष्प्रभाव: एक फल ऐसा भी है, अंग्रेजी नाम में ‘एप्पल’ शब्द तो है, लेकिन ये सेब से बिल्कुल अलग दिखता है। डिजाइन, डिजाइन, रंग, स्वाद और पोषक तत्व आदि हर मामले में इस सेब से बिल्कुल अलग फल है। इसका अंग्रेजी नाम कस्टर्ड एप्पल (कस्टर्ड एप्पल) है, जिसे हिंदी में सर्फ़ा शरीफ़ा या सीताफल भी कहा जाता है। इसे चेरीमोया (चेरिमोया), शुगर एंजल्स भी कहते हैं। अंदर से इस फल का गूदा सफेद रंग का होता है और इसमें काले रंग का बड़ा बीज भी होता है।
सर्फ़ा में पोषक तत्त्व
सरफ़ा यानि कस्टर्ड एप्पल में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे विटामिन सी, ए, बी, बी 6, राइबोफ्लेविन, लो ग्लाइसेमिक आहार, आहार, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण भी अधिक होते हैं।
शरीफा खाने के फायदे (sharifa ke fayde)
सर्फ़ासा यानि सीताफल के फायदे कई होते हैं। इनमें चौथा होता है, इसलिए ये कब्ज दूर होता है। पाचन के लिए अच्छा होता है. पोटैश ब्लडियम कंपनी कम कर हार्ट डिजीज से सीखती है। सूजन रोधी गुण सूजन, अर्थराइटिस के दर्द को कम करता है। विटामिन ए आँखों की रोशनी की तलाश है। विटामिन सी इम्युनिटी बूस्ट करता है। इसके अलावा, कैंसर का खतरा भी कम हो सकता है। क्या आप जानते हैं कि सर्फ़ासा के स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुँच सकता है?
शरीफ़ा के नुक्सान (Sharifa ke nuksan)
-मीडिया डॉट कॉम में छपी एक खबर के, सरफफा में कम मात्रा में टॉक्सिक कंपाउंड भी होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं। एन्नोनैसिन नाम का टॉक्सिन होता है जो दिमाग और तंत्रिका तंत्र पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।
-कुछ शोध के अनुसार, उष्णकटिबंधीय उष्णकटिबंधीय उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में पाए जाने वाले एनोना युक्त फल विशिष्ट प्रकार के पार्किंसंस डिजीज के होने का खतरा बढ़ सकता है।
– आपको बताएं कि इस फल के उपाय के सभी सिद्धांतों में एनोनाई हो सकता है। खासकर, बीज और त्वचा में ये सबसे ज्यादा पाया जाता है। ऐसे में भूलकर भी इसका सेवन ना करें। एन्नोनैसिन के प्रभाव को कम करने के लिए सरफ़ा फ़ल डॉक्टर से पहले बीज और त्वचा को हटाने की सलाह भी दें।
– हालांकि, कुछ लोगों में इसके अधिक सेवन से एलर्जी, खुजली, खुजली की समस्या भी होती है।
– कस्टर्ड एप्पल में सिटफॉल नामक चारे प्रचुर मात्रा में होता है। ऐसे में जब आप इस फल पर अधिक ध्यान देंगे तो आपका पेट फूला हुआ महसूस हो सकता है। पेट में दर्द उठ सकता है. यह कभी-कभी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या, सूजन आदि का कारण भी बन सकता है। कुछ लोगों में डायरिया की समस्या भी हो सकती है।
-वस्तु, इसमें आयरन की मात्रा भी काफी अधिक होती है, ऐसे में इसके अधिक सेवन से जी मिचलाने की समस्या हो सकती है। कुछ लोगों पर कब्ज़ा भी हो सकता है.
– ओरिएंटल में सरफराजा का सेवन कम करना चाहिए। इससे डेट-खांसी की संभावना बनी रहती है। ये गुणवत्ता से परिपूर्णता होती हैं। इससे वजन भी बढ़ सकता है। साथ ही साथ में भी इसका सेवन कम करें। बीज की खराबी से पेट में चला जाए तो मिसकैरिज होने का खतरा भी बढ़ सकता है।
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पहले प्रकाशित : 14 सितंबर, 2024, 08:46 IST
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