सेहत – क्या वर्कफ़्लो को नियंत्रित करने पर दवा बंद की जा सकती है? डॉक्टर ने बताई हैरान करने वाली बात
मधुमेह चिकित्सा तथ्य: एक ऐसी बीमारी है जिसका किसी भी तरह से पूरी तरह से इलाज नहीं किया जा सकता है। दवाओं और दवाओं के माध्यम से दवाओं को नियंत्रित किया जाता है। आमतौर पर टाइप 2 में दवाईयां दी जाती हैं, इसलिए सही तरीकों से काम पाया जा सकता है और ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है। कई बार लोगों को एलर्जी हो जाती है, तो वे डॉक्टर की सलाह पर सलाह ले लेते हैं, लेकिन जब शुगर लेवल कंट्रोल हो जाता है, तब वे सलाह बंद कर देते हैं। अब सवाल है कि क्या मरीज़ों के लिए शुगर लेवल कंट्रोल करना बंद किया जा सकता है? इस बारे में डॉक्टर से जान लेते हैं.
नई दिल्ली सर गंगाराम अस्पताल के निजी स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. सोनिया रावत ने News18 को बताया टाइप 2 के मरीज़ यदि शुरुआत में दवा के साथ बैन्सल्ड अंतर्वस्तु लें, दैनिक खुराक लें और वजन नियंत्रित कर लें, तो कुछ महीनों के बाद वे डॉक्टर की सलाह के बाद टेम्परेरी तौर पर दवा लेना बंद कर सकते हैं। हालाँकि इस दौरान उन्हें अपने ब्लड शुगर की प्रतिदिन मॉनिटरिंग करनी होगी। अगर ड्रग बंद करने के बाद शुगर लेवल में उछाल आने लगे, तो ड्रग प्रोडक्शन शुरू हो गया। जो लोग कई सामुद्रिक से कार्यशालाओं से स्नातक कर रहे हैं, वे दवा किसी भी कंडीशन में बंद नहीं करते हैं।
डॉक्टर सोनिया रावत ने बताया कि टाइप 2 उपभोग, उपभोग और जीवन शैली से नियंत्रण करने में काफी मदद मिलती है। अगर इन बच्चों को प्रॉपर फॉलो किया जाए, तो दवा की जरूरत कम होगी और कॉम्प्लीकेशंस का खतरा भी कम होगा। हालाँकि कुछ महीने की दवा के बाद भी बीमार बीमारी ख़त्म नहीं हुई और लोगों को लाइफटाइम में इसे नियंत्रित करने की ज़रूरत पड़ी। किसी भी तरह से रिवर्स से रिवर्स नहीं होता है और इसे नियंत्रित करना ही होता है। ऐसे में किसी को भी बिना डॉक्टर की सलाह के दवा बंद नहीं करनी चाहिए, अन्यथा कंडीशन क्रिटिकल हो सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह तो लोगों को दवा के साथ अच्छी लाइफ स्टाइल अपनानी चाहिए, रोजाना कम से कम 30 मिनट का आहार लेना चाहिए और कम कार्ब्स और कम शुगर वाली खुराक लेनी चाहिए। अंतर्वस्तु का उपयोग नियंत्रण करने में अहम योगदान होता है। जंक फूड्स, शुगरी फूड्स, शुगरी ड्रिंक्स और हाई कार्ब्स वाले फूड्स से पूरी तरह दूरी बनानी चाहिए। सिगरेट और शराब से भी दूरी बनानी चाहिए। समय-समय पर डॉक्टर से मिलना चाहिए।
यह भी पढ़ें- क्या लोगों को मिलता है हर चाकू का मास्क? अगर ऐसा न करें तो क्या होगा, जानें काम की बात
पहले प्रकाशित : 19 सितंबर, 2024, 11:55 IST
Source link