सेहत – ये हैं आपकी रसोई के वो 6 ‘चमकीले टुकड़े’ बाकी, जहां जाने आगे फीकी है पड़ जाएं टुकड़े, गजब के हैं फायदे
इन 6 रसोई मसालों की उपचार शक्ति: आज के समय में जब भी हम बीमार होते हैं, तो सबसे पहली सलाह यही होती है कि ‘दवा ले लो’ या डॉक्टर को दिखा लो। जरूरत हो तो तुरंत घर पर भी एडवाइजरी जारी हो जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी रसोई किसी मेडिकल स्टोर से कम नहीं है? रसोई में मौजूद सार सिर्फ स्वाद बढ़ाने के लिए नहीं होते, बल्कि ये आपकी सेहत के लिए किसी समृद्धि से कम नहीं होते। आपकी रसोई के कई सार तो ऐसे हैं, जो बंद-खांसी, पाचन संबंधी परेशानियाँ और अन्य व्यंजनों से कई राहत-खांसी में मदद करते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही शॉट्स के बारे में जिनके फायदे जानकर आप भी चौंक जाएंगे।
1. हल्दी: गुणों का खजाना
हल्दी को नानी-दादी के नुस्खों में हमेशा सबसे खास जगह मिलती है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री, एंटी-साइंटेंसी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो कई तरह से लड़ने में मदद करते हैं। यही कारण है कि किरच टूथपे सीरम हो या फिर आपके चेहरे पर लगने वाली क्रीम, हर जगह हल्दी का प्रयोग किया जा रहा है। हल्दी को दूध में लंबे समय तक पीने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है, और यह हल्दी को दूध में मिलाकर पीने से राहत दिलाने का काम करती है। बताएं कि हल्दी में पाया जाने वाला कैंसर के खिलाफ भी हानिकारक माना जाता है।
2. काली मिर्च: प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली
मां जब भी कोई काढ़ा संरचना होती है, तो उसमें एक चीज जरूर डाली जाती है। वो है काला मार्च. असल में काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीमाइक्रोबियल गुण प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो शरीर को ग्लूकोज़ से बचाते हैं। इसका नियमित सेवन इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है और यह पाचन को सुचारू बनाने के साथ-साथ गैस की क्रियाओं से भी जुड़ा होता है। काली मिर्च में पाइपरिन नामक तत्व होता है, जो पाचन शक्ति की पूर्ति करता है और पोषक तत्वों को अवशोषित करता है।
हल्दी से लौंग तक: रसोई के मसाले से स्वास्थ्य लाभ लाभ
3. टॉनिक: संक्रमण से बचाव
अगर आप हर बार मसालों का सेवन नहीं करते हैं, तो इसे अपनी वेबसाइट पर जरूर शामिल करें। पीओएन का प्रयोग खाना बनाने में ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए भी होता है। यह एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण से भरपूर है, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। यह गैस की समस्या को कम करने के लिए भी बहुत बढ़िया उपाय है। एक शोध के अनुसार, दालचीनी का सेवन टाइप 2 पीने वालों के लिए भी खतरनाक हो सकता है, क्योंकि यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है।
4. लौंग: एंटीऑक्सीडेंट्स सेपरेटिव
लौंग में काफी हाई एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो इसे खाज़ तोड़ देते हैं। लौंग में यूजेनॉल नामक एक तत्व पाया जाता है, जो दांतों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। यह चाय, भोजन और विभिन्न आकारों में उपयोगी होने के साथ-साथ वीडियो और वायरस से लड़ने में मदद करता है। लौंग के नियमित सेवन से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
5. जयफल: अनिद्रा और दर्द से राहत
अगर आप एक अच्छी नींद के लिए जाना चाहते हैं, तो केम मदर शॉप पर जाने के लिए आपको अपनी रेसिपी में जाना होगा, जहां आपको मसाला के रूप में जायफल मिलेगा। जायफल एक और अद्भुत मसाला है जो इंसाना, जोड़ों के दर्द और वजन में सहायता करता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं जो शरीर के दर्द को कम करने में मदद करते हैं, और इसे रात को सोने से पहले लेने से अनिद्रा की समस्या से राहत मिल सकती है। जयफल में मौजूद मैरिस्टिसिन नामक तत्व ब्रेन के पिज्जा को बेहतर बनाने और तनाव को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा अगर छोटी-छोटी पार्टियाँ को डेट-जुकम हो और वह सोने में परेशान हो रही हो तो आप छोटी-छोटी पार्टियाँ को नाक के आसपास या सर पर लगा सकते हैं। ये काफी मजेदार साबित होगा.
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6. मेथी के बीज: प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट का स्रोत
मेथी के बीजों में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। मेथी के सेवन से पाचन संबंधी विकार, विशेष रूप से गैस और एसिडिटी में राहत मिलती है। इसका सेवन आप सब्जी या पानी में भिगोकर कर सकते हैं। मेथी के बीज ब्लड शुगर और लेवल लेवल को नियंत्रित करने में भी सहायक माने जाते हैं।
रसोई के ये सिर्फ स्वाद ही नहीं, बल्कि आपकी सेहत को भी मजबूत बनाते हैं। ये एकमात्र आपकी रणनीति का इलाज करने में सहायक साबित हो सकते हैं। दवा की दुकान पर जाने से पहले, अपनी रसोई के मसाले की ओर ध्यान दें। ये एक मात्र ना सिर्फ आपकी बीमारी को दूर करेगा बल्कि आपको बेहतर जीवनशैली में भी मदद करेगा।
पहले प्रकाशित : 7 अक्टूबर, 2024, 16:13 IST
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