सेहत – सिंहपर्णी औषधीय पौधे के फायदे एसए रोगों के लिए
गिरजाघर: प्रकृति में ऐसे कई उपाय खोजे जाते हैं। विभिन्न सामानों का उपयोग गोदाम से बिक्री के लिए किया जाता है। ऐसा ही एक औषध पौधा है पेट्रोनिलियन, जिस पर कुछ स्थानों पर सिंहपर्णी के नाम से भी जाना जाता है। इस दवा का उपयोग कई स्थिर उपचारों में किया जाता है। इस औषधि के जड़, पत्ते और फूल सहित सभी भाग उपयोग में आते हैं। इसके जड़ में ऐसे कई औषधीय गुण होते हैं जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए भी हो सकते हैं। डिपार्टियन मूलतः यूरोप का पौधा है, लेकिन यह भारत के हिमालयी क्षेत्र में भी पाया जाता है।
गढ़वाल यूनिवर्सिटी के हैप्रेक इंस्टीट्यूट के शोधार्थी देवेश जंगपांगी ने लोकल 18 को बताया कि ट्रैक्सेकम ऑफिशिनाले को पोस्टलियन के नाम से भी जाना जाता है और इस उपचार में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं।
रामबाण में कैंसर से लेकर बीमारी के बारे में पता चलता है
देवेश जंगपा कहते हैं, “इस उपचार में ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो कैंसर में कीमोथेरेपी की तरह काम कर सकते हैं।” वहीं, आयुर्वेद में भी इसके कई गुणधर्मों की जानकारी है। इसे रामबाण माना जाता है। इसके विटामिन ए, सी, डी के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। साथ ही यह विरोधियों में भी बेहद खतरनाक है।’
इस दवा को देर से न करें, दांतों की समस्याओं का पक्का हल! जोड़ों के दर्द को भी कहा जाता है
बता दें कि इसका नॉटआउट सीधे तौर पर खरीदा जा सकता है। साथ ही कीक के रूप में भी सेवन किया जा सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होते हैं। देवेश ने आगे कहा कि अगर नियमित रूप से अपने साथियों का खजाना खा लिया जाए, तो स्वास्थ्य में काफी सुधार होता है और व्यक्ति निरोगी रहता है।
दावतियन नामांकन की चाय से दूर होने वाली पेट की बीमारी
इसका उपयोग सुखाकर चायपत्ती के रूप में भी किया जाता है। जिसमें कई प्रकार के पेटीओलॉजिकल प्रयोगशालाएं शामिल हैं। यदि उत्तराखंड में किसान इसकी खेती करते हैं, तो यह उनका पारंपरिक खेती का साधन बन सकता है और पारंपरिक खेती की तुलना में अधिक दावा पेश किया जा सकता है। कई लोगों के पास इस औषधीय उपचार के बारे में जानकारी नहीं है और वे इसके तीन घटक हैं, जबकि यह एक अत्यंत उपयोगी पौधा है।
पहले प्रकाशित : 2 नवंबर, 2024, 19:09 IST
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