सेहत – भयंकर पॉल्यूशन से 50% लोगों को हो सकती है सांस, खांसी और मोटापा! डॉक्टर से जानें बचने के तरीके

वायु प्रदूषण के हानिकारक प्रभाव: दिल्ली- कंपनी में एयर पॉल्यूशन से खराब स्थिति है और एयर क्वालिटी स्टॉक (AQI) 400 के पार है। इस वक्त यहां की हवा सीवियर श्रेणी में है, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक मानी जाती है। हवा में प्रदूषण बढ़ने से प्यास और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। हालाँकि माइक्रोस्कोप हवा का सबसे अधिक प्रभाव हमारे श्वसन तंत्र यानी रेस्पिरेटरी सिस्टम पर पड़ता है। हद से ज्यादा प्रदूषण से लोगों को सांस लेने में समस्या होती है और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां होती हैं। इससे बचना बहुत जरूरी है, क्योंकि ये स्टैच्यू भी हो सकते हैं।

ग्रेटर के फोर्टिस हॉस्पिटल के पल्मोनियोलॉजी डॉ. गुप्ता ने न्यूज18 को राजेश के बारे में बताया वायु प्रदूषण का सीधा असर हमारे श्वसन तंत्र पर बहुत बुरा होता है। इन दिनों दिल्ली- मैसाचुसेट्स में भयंकर पॉल्यूशन देखने को मिल रहा है, जिससे सांसरिक संबंध तेजी से बढ़ रहे हैं। पॉल्यूशन से संबंधित प्लांट की संख्या 40 से 50 प्रतिशत तक बढ़ गई है। प्रदूषण के कारण खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द और आंख, नाक, गले में खुजली जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक एस्ट्रेचर का खतरा भी बढ़ रहा है।

बस्ट ने बताया कि जहिरिला हवा में पाए जाने वाले सूक्ष्म तत्व जैसे कि पेशेवरों, प्लाज्मा और ओजोन रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़े पदार्थ जैसे कि अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और क्रोनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) का कारण हो सकते हैं। इसके अलावा पॉल्यूशन से दिल की थैली, स्ट्रोक और फेफड़े के कैंसर का खतरा भी बढ़ रहा है। अल्जाइमर और पार्किंसंस रोग जैसे एलर्जी और तंत्रिका तंत्र से जुड़े रोग भी प्रदूषण के कारण पैदा हो सकते हैं। प्रदूषण के संपर्क में रहने से फेफड़ों की संतृप्ति घटने लगती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है।

डॉक्टर ने बताया कि प्रदूषण से बचने के लिए सभी लोगों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बच्चों, बुजुर्गों और पहले से किसी भी बीमारी से पीड़ित लोगों को अत्यंत सावधानी बरतनी चाहिए। लोगों को घर से बाहर जाकर एयर क्वालिटी का ध्यान रखते हुए मास्क पहनना चाहिए। अधिक से अधिक समय में घर के अंदर रह सकते हैं और घर में एयरफायर का उपयोग कर सकते हैं। अगर किसी भी तरह की समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। इस सीजन में एक बार अपने डॉक्टर से जरूर मिल कर सलाह लेनी चाहिए।

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