Political – 5 साल, 3 पार्टियां फिर ‘घर वापसी’… कौन हैं अशोक तंवर जिन्होंने थामा कांग्रेस का दामन- #INA
राहुल गांधी की मौजूदगी में अशोक तंवर कांग्रेस में शामिल.
हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. इससे पहले गुरुवार को राज्य में बड़ा सियासी फेरबदल देखने को मिला. कुछ देर पहले तक ‘कमल’ खिलाने का दम भरने वाले अशोक तंवर के तेवर बदल गए. महेंद्रगढ़ में राहुल गांधी की मौजूदगी में उन्होंने ‘हाथ’ साथ थाम लिया. तंवर पुराने कांग्रेसी रहे हैं. राहुल के करीबी भी. कांग्रेस में रहते हुए हुड्डा से उनकी सियासी अदावत 2019 में देखने को मिली थी. इसके बाद उन्होंने कांग्रेस को बाय-बाय कहा था. अब एक बार फिर वो कांग्रेस में वापस आ गए हैं. आइए जानते हैं तंवर के सियासी सफर के बारे में.
अशोक तंवर कांग्रेस की बुनियादी पौध यानी छात्र शाखा एनएसयूआई के अध्यक्ष रहे हैं. यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रहते तंवर राहुल गांधी के काफी करीबी थे. उनकी वफादारी, सियासी समझ और लोगों के बीच पैठ को देखते हुए कांग्रेस ने 2009 के विधानसभा चुनाव में उन्हें सिरसा लोकसभा सीट से टिकट दिया था. तंवर ने भी पार्टी के भरोसे को कायम रखा था और जीतकर संसद पहुंचे थे.
2019 में कांग्रेस को कहा था अलविदा
राहुल गांधी के वफादार सिपहसालार तंवर को इसके बाद हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था. उन्हें ये जिम्मेदारी देने में राहुल का बड़ा रोल था. पार्टी आलाकमान खासकर राहुल के करीबी तंवर की राज्य में भूपेंद्र सिंह हुड्डा से सियासी अदावत रही है. इसी की परिणाम था कि दोनों नेताओं के बीच भारी विवाद हुआ था. इसके बाद तंवर ने 2019 में कांग्रेस को अलविदा कह दिया था. ये विवाद टिकट वितरण को लेकर हुआ था. उस वक्त तंवर राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष थे. पार्टी छोड़ने के दौरान उन्होंने आलाकमान की आलोचना की थी.
2022 में AAP में शामिल हुए थे तंवर
कांग्रेस को ‘टाटा’ कहने के बाद तंवर का पहला सियासी ठिकाना टीएमसी रहा. फिर 2022 में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे. इसी साल लोकसभा चुनाव के समय उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया था. हरियाणा में वो बीजेपी प्रत्याशियों के लगातार चुनाव प्रचार कर रहे थे. गुरुवार को ही उन्होंने बीजेपी के पक्ष में एक पोस्ट किया था. इसमें दावा किया था कि बीजेपी राज्य में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करेगी.
2017 में हुड्डा समर्थकों ने की थी पिटाई
यूपी की खाट सभा के समापन पर तंवर के साथ अभद्रता हुई थी. हुड्डा समर्थकों ने 2017 में भैरों मंदिर पर तंवर की पिटाई की थी. इस घटना के वक्त भी तंवर हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष थे. हुड्डा समर्थकों ने उनको इतनी पीटा था कि अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था.
तंवर को कांग्रेस में शामिल करने से पहले दिल्ली में सोनिया-राहुल से सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा की बैठक हुई. बताया जा रहा है कि इसमें हरी झंडी मिलने के बाद तंवर को कांग्रेस में शामिल किया गया है. इस तरह कांग्रेस ने बीजेपी की ओर से उठाए जा रहे सैलजा की नाराजगी के मुद्दे को लेकर पलटवार किया है.
कांग्रेस में शामिल होने के बाद तंवर ने क्या कहा?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए पोस्ट में तंवर ने लिखा, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष लोकसभा राहुल गांधी की उपस्थिति में महेंद्रगढ़ रैली में कांग्रेस परिवार में शामिल हुए.
कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस ने लगातार शोषितों, वंचितों के हक की आवाज उठाई है. संविधान की रक्षा के लिए ईमानदारी से लड़ाई लड़ी है. हमारे इस संघर्ष और समर्पण से प्रभावित होकर आज बीजेपी के वरिष्ठ नेता और हरियाणा में BJP की कैंपेन कमेटी के सदस्य व स्टार प्रचारक अशोक तंवर कांग्रेस में शामिल हो गए. दलितों के हक की लड़ाई को आपके आने से और मजबूती मिलेगी. कांग्रेस परिवार में आपका एक बार फिर स्वागत है. भविष्य के लिए शुभकामनाएं.
Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link