भाकपा-माले ने शारदा सिन्हा के निधन पर जताया शोक
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार
बेतिया : बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन ने संगीत और लोक संस्कृति के क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति पैदा की है। इस दुःखद समाचार पर भाकपा-माले के नेता एवं किसान महासभा के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार राव ने गहरा शोक और संवेदना प्रकट की है।
सुनील कुमार राव ने अपने शोक संदेश में कहा कि शारदा सिन्हा का योगदान लोक गायकी में अतुलनीय था। उनकी आवाज ने केवल बिहार ही नहीं, बल्कि झारखंड, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र जैसे राज्यों के साथ-साथ विदेशों में भी अपनी छाप छोड़ी। खासकर मौरीशस, सूरीनाम और नेपाल में भी उनके गीत पर्व-त्योहारों की विशेष पहचान बन चुके थे। उनके गाए गए गीतों में वो अनोखी संस्कृति, परंपराएँ और प्रेम की भावना समाहित थीं, जो लोगों को एकजुट करने का कार्य करती थी।
भाकपा-माले नेता ने आगे कहा कि इस दुखद घड़ी में हम उनके परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएँ प्रकट करते हैं और आशा करते हैं कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति मिले। शारदा सिन्हा ने अपनी गायकी के माध्यम से लाखों लोगों के दिलों में स्थान बनाया, और उनका योगदान सदैव स्मरण किया जाएगा।
इस अवसर पर हमें यह भी याद रखना चाहिए कि शारदा सिन्हा जैसे कलाकारों का जीवन और उनके द्वारा रचित संगीत हमारे समाज की समृद्धि और विविधता का प्रतीक हैं। उनके योगदान से प्रेरित होकर नई पीढ़ियों को लोक संगीत की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।