सेहत – मन दूसरे, 5 गालियाँ आदतें आपके नैनों को कर रही दोस्त, समय पर चेत जायेंगे तो जवानी में ऑपरेशन खोलने से बच जायेंगे
आँखों के लिए बुरी आदतें: ख़ुदा बचाए तिरी मस्त-मस्त आँखों से, फ़रिश्ता भी बहक जाए तो फिर आदमी क्या है। इक हसीं नज़र के बुनियाद पर, कामा राह भूल जाते हैं। आंखों पर न जानें शेरो-शायरी हमारी संस्कृति में कितनी हैं दर्ज आज आंखों का असली रूप किसे हैं। दिन से लेकर रात तक इन नैनों को मोबाइल की बदगुमान रोशनी पर टकटकी लगाकर आज के युवाओं की फितरत हो गई है। विश्वास मानिये ये बकवाद आपके नैनों को धोखा दे रही है। ऐसे में जब ये नैन डिफॉल्ट हीरोइन होंगे तो फिर इन आंखों पर शायरी कौन होगी। ऐसे में अगर आप अपने नैनों को पुरकश रोशनदान बनाना चाहते हैं तो आज से ही इन 5 गालियों को छोड़ दें।
पहले प्रकाशित : 28 अगस्त, 2024, 09:32 IST
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