सेहत – सब्जियों का राजा है ये मसाला, कुछ दिन करें इसके पानी का सेवन दूर होगी गैस, कब्ज की समस्या, नहीं मोटापा मोटापा

जयपुर. भारतीय व्यंजनों में जीरा एक महत्वपूर्ण मसाला है, इसका उपयोग खाद्य पदार्थों में किया जाता है। यह छोटे, भूरे या भूरे रंग के बीज होते हैं, जो विशेष रूप से भोजन और स्वादिष्ट बनाने के लिए उपयोग किए जाते हैं। आम तौर पर जीरे का उपयोग, दाल, चावल, और कढ़ी जैसे मसालों में तड़का के लिए किया जाता है। इसके अलावा जीरा पानी और छाछ में स्वाद बढ़ाने के लिए बेहद ज़रूरी मसाला है। इसका उपयोग गरम मसाला, चाट मसाला आदि में भी किया जाता है।

आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल ने बताया कि जीरा के सेवन से पाचन क्रिया बेहतर होती है और गैस की समस्या कम होती है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी होती है, जो प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करती है। इसके अलावा जीरा पानी पीने से वजन नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

जीरे का उपयोग कैसे करें
आयुर्वेदिक डॉक्टर ने बताया है कि जीरे का पानी बनाने के लिए 1-2 जीरे रात भर में पानी में उबाल लें। इसके बाद इसे सुबह-सुबह इसे बनाएं और अच्छी लें और इस पानी को खाली पेट पीने के कई फायदे हैं। इसके अलावा रात भर रिचार्ज किए गए जीरे को पत्थर पर पीसकर एक साथ पीने से पेट में ठंडक मिलती है और इसका स्वाद भी दोगुना हो जाता है। इसके अलावा कृंतक जीरे को पीसकर केशों का भी उपयोग किया जा सकता है।

जीरे के आयुर्वेदिक फायदे
जीरा को आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण औषधीय घटक के रूप में जाना जाता है। यह केवल भोजन का स्वाद नहीं है बल्कि स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार के लाभ प्रदान करता है। आयुर्वेदिक चिकित्सक किशन लाल ने बताया कि जीरा त्रिदोष (वात, पित्त और कफ) को शुरू करने में मदद करता है और अग्नि (पाचन शक्ति) को पुनः प्राप्त करता है।

  1. पाचन तंत्र में सहायक: जीरा पाचन तंत्र को मजबूत करता है और गैस, अपच और पेट दर्द जैसे पेट से जुड़े विकारों को दूर करता है। इसके अलावा पाचन अग्नि को आहार को सही तरीके से पचाने में मदद मिलती है।
  2. वजन में अनुपात: आयुर्वेद चिकित्सक के अनुसार, जीरा मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे अतिरिक्त वसा कम होती है। सुबह खाली पेट जीरा पानी पीने से वजन नियंत्रित रहता है।
  3. त्वचा के लिए हानिकारक: जीरे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को साफ और स्वस्थ बनाए रखा जाता है। इसके अलावा यह रक्त को शुद्ध करता है और पित्त जनित त्वचा की दुकानों को ठीक करने में मदद करता है
  4. प्रतिरक्षा बूस्ट करना: जीरे में विटामिन सी और आयरन प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करते हैं। इसके अलावा यह शरीर को संक्रमण से बचाव में सहायक है।
  5. मासिक धर्म की नौकरियों में राहत: मासिक धर्म के दौरान जीरा में दर्द और ऐंठन कम हो जाती है। इसका नियमित सेवन रक्त प्रवाह को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  6. श्वसन तंत्र के लिए: जीरा कफ दोष को विकसित करता है और श्वसन तंत्र की समस्याओं को दूर करता है। यह पेट और खांसी में राहत देता है। इसके अलावा रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित किया जाता है। और हृदय संबंधी अस्थिरता का जोखिम कम होता है।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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