1 दिन की डीएम बन तहसील दिवस में लोगों की समस्या सुनने वाली पल्लवी शर्मा के परिवार की समस्या का कौन करेगा समाधान।
ना ही कोई आवास और नहीं राशन कार्ड में अब तक जुड़ा नाम।
दुद्धी, सोनभद्र।मिशन शक्ति फेज 5 के तहत सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर सोनभद्र के अति पिछड़े क्षेत्र दुद्धी की राजकीय बालिका इंटर कालेज की छात्रा पल्लवी शर्मा को सांकेतिक रूप से एक दिन का जिलाधिकारी बनाया गया । एक दिन की जिलाधिकारी बनी पल्लवी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस पर आए फरियादियों की समस्याओं को सुना और उसके समाधान के लिए अफसरों को निर्देश भी दिए। पल्लवी के जीवन में आये इस ऐतिहासिक पल के बाद वह बाकी लड़कियों के लिए भले ही एक आइकॉन बन गयी हो । मगर बहुत कम लोग जानते होंगे कि एक दिन की जिलाधिकारी बनी पल्लवी समाधान दिवस में ढेरों समस्याओं को सुनी और उसका समाधान भी कराया । लेकिन उसकी मां को आज भी आवास व राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं । लेकिन कोई सुनने वाला नहीं ।
शायद यही कारण है कि पल्लवी आईएस नहीं बल्कि आईपीएस बनना चाहती है । ताकि वह गरीबों की ऑन स्पॉट मदद कर सके ।
पल्लवी भी मानती है कि जिलाधिकारी के कुर्सी पर बैठकर समाधान करना आसान नहीं होता । उसने बताया कि इस जनपद में आज भी सबसे ज्यादा समस्या जमीन का है, जिसके लिए लोगों को समाधान दिवस में आना पड़ता है ।
एक गरीब परिवार से ताल्लुख रखने वाली पल्लवी का पूरा परिवार आज भी कच्चे मकान में रहता है । आर्थिक रूप से कमजोर पल्लवी को हमेशा इसी बात की चिंता सताती रहती है कि आगे की पढ़ाई का खर्च कहां से आएगा । हालांकि पल्लवी का पूरा परिवार उसे भरपूर सहयोग देता है और वे सभी पल्लवी को बड़ा अफसर बनाना चाहते हैं।मगर उन्हें भी पता है कि सिर्फ चाह लेने मात्र से कुछ नहीं होगा। इसलिए वे सरकार से मदद की गुहार भी लगा रहे हैं । ताकि पल्लवी के रास्ते आर्थिक बाधा न आ सके ।
कालेज की टीचर वर्षा को भी उम्मीद है कि पल्लवी की वजह से उसके कालेज का सम्मान बढ़ा है और आगे भी जारी रहेगा।
बहरहाल एक पिछड़े क्षेत्र से आने वाली पल्लवी की योग्यता को देखकर प्रशासन ने उसे एक दिन का जिलाधिकारी तो बना दिया लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रशासन पल्लवी के सपने को साकार करने में भी उसकी मदद होगी ? क्योंकि पल्लवी का सपना अब सिर्फ उसका नहीं बल्कि हजारों लड़कियों का है, जिनके के लिए वह मॉडल बन चुकी है ।