मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद भी लरझाघाट- कुशेश्वरस्थान पथ व राजघाट- सत्ती घाट पथ की बनी हुई है नारकीय स्थिति
समस्तीपुर : हसनपुर विधानसभा के सीमावर्ती कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र के लरझाघाट -कुशेश्वरस्थान पथ एवं राजघाट- सतीघाट का पथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आश्वासन के बाद भी अपने बदहाली पर आंसू बहा रही है। सड़क निर्माण कार्य को लेकर वरिष्ठ पत्रकार चंदन कुमार सिंह ने बताया कि बेनीपुर पथ प्रमंडल के प्रशासनिक क्षेत्र अन्तर्गत सत्तीघाट – राजघाट पथ वर्षो से अपने खास्ता हाल पर आशु बहा रहा हैं। पथ निर्माण को लेकर पिछले विधानसभा उपचुनाव में जदयू सरकार की काफी खिचाई हुई। परिणामस्वरूप चुनाव उपरान्त सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ। लेकिन प्रशासनिक उदासीनता का आलम यह है कि कार्य पूर्ण होने के समय तक कार्य का शुभारंभ भी समझते संकोच हो रहा है।
क्योंकि कार्य स्थाल पर सड़क निर्माण से संबंधित बोर्ड तक नहीं लगाया गया है। सड़क निर्माण में एप्रोच पथ निर्माण के लिए विभाग द्वारा आबंटन दिया जाता है। लेकिन पुल निर्माण स्थल पर एप्रोच पथ किसी काम का नहीं है। मिट्टी करण का आलम यह है कि सड़क किनारे स्थित गाँव बालों की इस मानसून में जिंदगी दूभर हो गई है। सड़क निर्माण के कोई मापदंड का अनुपालन ठीक से नहीं हो रहा है। पता नहीं क्या हो रहा है इस सड़क निर्माण में? विभागीय पदाधिकारी राज्य सरकार की नौकरी या निगरानी के बदले कंस्ट्रक्शन कंपनी की चाटुकारिता करते हैं। फलत: कार्य प्रारंभ के तीन वर्ष बाद भी सड़क का हाल ढाक के तीन पात जैसी हैं। अगले साल विधान सभा चुनाव भी सामाने हैं लेकिन पदाधिकारियों ने कार्य को पूर्ण कराने का प्रयास नहीं कर रहे। इस संबंध में पुर्व मंत्री डॉ अशोक कुमार ने विभागीय मंत्री से पत्राचार कर कार्य की गुणवत्ता की जांच कर यथा शीघ्र पूरा करने का अनुरोध किया था । अब देखना होगा कि क्या बेनीपुर पथ प्रमंडल की चाटुकारिता पर लगाम लगता है कि नहीं? मुख्यमंत्री जी गत चुनाव की व्यजति से त्रस्त होकर सड़क निर्माण कराने का आपने निर्णय लिया था लेकिन आपके ही कार्यपालक अभियंता आपके आदेश का मज़ाक बना दिया है। मानसून आ जाने से उक्त सड़क का नारकीय स्थिति बनीं हुई है। अत्यधिक वर्षा में दोनों पथ पर यातायात बाधित रहता है, जिससेे क्षेत्र के आमजन काफी परेशान हैं।