सेहत – नाम से ही ‘अमर’ है ये पौधा, इसके पौधे में कई पेड़ों की ताकत, लीवर के लिए संजीवनी, इन फूलों का काल!

गोड्डा। अमर बेल का नाम तो आप सभी ने सुना ही होगा। यह एक परजीवी पौधा है, जो आपको आसपास के क्षेत्र में या स्वतंत्र रूप से मिलेगा। अमरबेल का पौधा दूसरे पौधे पर निर्भर रहता है। डॉयचेर्स का तत्व डॉयचेकर जीवित रहता है और उन डॉक्युमेंट्स को नष्ट कर देता है, जहां चारों ओर ये चिपका रहता है। हालाँकि, अमरबेल का औषधीय महत्व आयुर्वेद में काफी अधिक बताया गया है।

गोड्डा के आयुर्वेदिक चिकित्सक रतन कुमार शुक्ला ने लोकल 18 को बताया कि अमरबेल के तने का उपयोग आयुर्वेदिक उपचार में किया जाता है। इसे पीसकर तिल के तेल में मिलाया जाता है, जिससे बालों के लिए एक तेल तैयार किया जाता है। इस तेल के नियमित उपयोग से बाल चमकदार, भव्य और स्वस्थ बनते हैं। इसके अलावा, अमरबेल का ताजा रस बाल पर सीधे इस्तेमाल किया जाए, तो यह बालों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

लीवर के लिए टॉनिक
डॉक्टर ने आगे बताया कि अमरबेल के रस लिवर को मजबूत बनाने और उसके कैंसर को बेहतर करने में मदद करता है। यह पीलीया जैसी ही चुनौती में भी खतरनाक मानी जाती है। इसके नियमित सेवन लिवर की धारा को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है।

गैस से भी मिली राहत
औषधीय दृष्टिकोण से अमरबेल पायल्स और गैस से संबंधित प्रश्नों में भी औषधि कारगर साबित होती है। इसके तने का पेस्ट विभिन्न बोतलों के उपचार में उपयोग किया जाता है। आयुर्वेद में इसे एक महत्वपूर्ण औषधि माना गया है, जो कई प्रकार के औषधियों को ठीक करने में सहायक होती है।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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