सेहत – राजस्थान के दुर्लभ औषधीय पौधे फोगला सा के स्वास्थ्य लाभ

आनंद: भारत यानी हमारे देश में कई अलग-अलग तरह के पेड़-पौधे मिलते हैं। खास बात ये है कि आपकी अपनी खास पहचान और उपयोग होता है। हालाँकि, चिंता की बात यह है कि कुछ ऐसे अनमोल उपाय हैं जो धीरे-धीरे ख़त्म होते जा रहे हैं। राजस्थान का एक खास पौधा “फोगला” भी इनमें से एक है, इसके बारे में जानते हैं…

फोगला में स्टूडियो के कई गुण छुपे
बता दें कि फोगला दिखने में तो जंगली लगता है, लेकिन इसमें स्वाद के कई गुण छुपे होते हैं। ये पौधा आपके रेगिस्तान में उगता है, इसे कोई उगाता नहीं। राजस्थान के लोग इसका सही उपयोग जानते हैं।

फोगला के फायदे
लोकल 18 से बात करते हुए डॉ. कल्पेश ईशानावा ने दी जानकारी में बताया गया है कि फोगला सिर्फ राजस्थान में है और इसे कॉलिगोनम पॉलीगोनोइड्स कहते हैं। ये पोलगैनेसी’फ़ैमिली का पौधा है और IUCN के अनुसार ये लुप्तप्राय प्रजातियाँ हैं।

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जड़ी बूटियों से बने पाउडर का उपयोग
बता दें कि फोगला के टुकड़ों को गर्मियों में टुकड़ों में काट कर रोटी के टुकड़ों में काट दिया जाता है. इसका इस्तेमाल लू से बचने के लिए होता है। गर्मियों में इसे रायता में भी शामिल किया जाता है। इतना ही नहीं, इसे जहर के जहर का इलाज करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।

एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-फंगल सुरक्षा
बता दें कि फोगला में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-फंगल जैसे गुण होते हैं। इसके अणुओं में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और पोषक तत्व की मात्रा होती है।

हालाँकि, फोगला सिर्फ स्वास्थ्य के लिए नहीं, बल्कि इको-सिस्टम के लिए भी बहुत जरूरी है। इसकी रेतीली रेतीले अवशेष रचे गए हैं, जो रेगिस्तान में आने वाले तूफानों के बीच इधर-उधर नहीं उड़ते हैं। बताएं कि इस औषधि की खेती नहीं की जाती, यह जंगली उगता है।


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