स्वास्थ्य विभाग के एनएचएम संविदा कर्मियों की हड़ताल जारी…अटेंडेंस प्रणाली के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
सरकार की दोहरी नीति: एन.एच.एम. कर्मचारियों पर अटेंडेंस प्रणाली थोपना नहीं चलेगा.... समान काम का समान वेतन समेत कई मांग को लेकर स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मियों की हड़ताल
सकरा : विभिन्न मांगों को लेकर सरकारी अस्पतालों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत बहाल संविदा स्वास्थ्य कर्मी अनिश्चित कालीन हड़ताल का आज सोमवार को 8वां दिन है, नियमितीकरण, संविलियन, निष्कासितों की वापसी की मांग को लेकर अड़े हुए है। हड़ताल के चलते पूरे सकरा सहित जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। समान काम-समान वेतन-समान नियम, इंकलाब जिंदाबाद, फेस अटेंडेंस बंद-करो बंद-करो सहित अन्य कई नारायों से गूंज उठा।
तो इधर रेफर अस्पताल सकरा में चल रहें आंदोलन के समर्थन में छात्र संगठन आइसा बिहार के सह सचिव रौशन सिंह ने आंदोलन के समर्थन देते हुए कहा स्वास्थ्य विभाग के तरफ से संचालित सभी योजनाओं में इनकी भागीदारी अन्य लोगों की तरह है। फिर भी वेतन बहुत कम है। दूरदराज गांवों में जाकर ड्यूटी करना काफी मुश्किल भरा काम होता है। ऐसे में विभाग ने फरमान जारी किया है कि ग्रामीण क्षेत्र में जाकर ऑनलाइन हाजिरी बनाना है ऐसे में नेटवर्क की समस्या एवं कई तरह की समस्या होती है, जो ग्रामीण क्षेत्र में जाकर करना संभव नहीं है। यह इनके के साथ प्रताड़ना है। आइसा के तरफ से हम मांग करते हैं कि समान काम के लिए समान वेतन और समान नियम होना चाहिए। साथ ही ड्यूटी वाले जगह पर कई बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है। खास तौर पर पेयजल, शौचालय जैसी मुख्य समस्याएं आज भी बरकरार है।
रौशन सिंह और सामाजिक कार्यकर्ता मो. आरिफ अंसारी ने संयुक्त रूप से अपील में संविदा पर बहाल चिकित्सक, फार्मासिस्ट, जी.एन.एम, सीएचओ समेत एनएचएम सभी अन्य कर्मी को हड़ताल पर एकजुटता के साथ आने के लिए आवाहन किया ।
इस मौके पर मौजूद संविदा पर कार्यरत ए.एन.एम (आर) सहित अन्य एनएचएम कर्मचारी उपस्थित रहे।
अमरदीप नारायण प्रसाद